
धरावी पुनर्विकास से पहले बीएमसी ने डेओनार लैंडफिल में जमा 1.85 मिलियन टन पुराने कचरे को बायोरिमीडिएशन द्वारा साफ करने का ₹2,368 करोड़ का टेंडर जारी किया है। इस पहल का उद्देश्य 110 हेक्टेयर भूमि को पुनः उपयोग या विकास के लिए छोड़ना है, और इसे स्वच्छ भारत मिशन से जोड़ा गया है। इस परियोजना का संचालन धरावी पुनर्विकास विशेष प्रयोजन वाहन (SPV) के माध्यम से किया जाएगा, जिसमें बताया गया है कि अदानी समूह प्रमुख हितधारक होगा। पर्यावरणविदों और नेताओं ने इस टेंडर की आलोचना करते हुए दावा किया है कि यह योजना सार्वजनिक निधियों का निजीकरण करेगी तथा पारदर्शिता की कमी है। हालांकि यह कदम शहर की सतत योजना के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन आलोचकों ने परियोजना की जवाबदेही और पर्यावरण सुरक्षा पर जोर दिया है।